tag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post6993250315735175518..comments2023-05-18T04:17:18.222-07:00Comments on खलील जिब्रान: मिट्टीइमरान अंसारी http://www.blogger.com/profile/01005182448449326178noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-10963663001808262542012-05-23T07:57:11.024-07:002012-05-23T07:57:11.024-07:00बहुत ही प्रभावित करती पक्तियां । मेरे नए पोस्ट अमी...बहुत ही प्रभावित करती पक्तियां । मेरे नए पोस्ट अमीर खुसरो पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।प्रेम सरोवरhttps://www.blogger.com/profile/17150324912108117630noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-57453602445291531012012-05-10T02:21:13.359-07:002012-05-10T02:21:13.359-07:00रखें लाज मिट्टी की हम
कि न होना पड़े मटियामेटरखें लाज मिट्टी की हम<br />कि न होना पड़े मटियामेटकुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-81384612803671426912012-04-30T20:15:43.769-07:002012-04-30T20:15:43.769-07:00यही सत्य है,सार्थक अभिव्यक्ती ....यही सत्य है,सार्थक अभिव्यक्ती ....धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-69305514347042151722012-04-26T21:12:27.900-07:002012-04-26T21:12:27.900-07:00बहुत शुक्रिया अनुपमा जी |बहुत शुक्रिया अनुपमा जी |Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-79144580303266817352012-04-26T21:12:06.435-07:002012-04-26T21:12:06.435-07:00बहुत शुक्रिया अनीता जी .......जिब्रान साहब का गहन...बहुत शुक्रिया अनीता जी .......जिब्रान साहब का गहन दर्शन एक वर्तुल है मिट्टी से निकलकर फिर मिट्टी में जाना है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-74602497811858794122012-04-26T21:10:36.298-07:002012-04-26T21:10:36.298-07:00बहुत शुक्रिया मनोज जी .......हाँ जहाँ तक संभव हो स...बहुत शुक्रिया मनोज जी .......हाँ जहाँ तक संभव हो सके ऐसा ही करना होगा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-38921659016391447172012-04-26T21:09:24.285-07:002012-04-26T21:09:24.285-07:00बहुत शुक्रिया पूनम दी.....सच यही अंतिम सत्य है ।बहुत शुक्रिया पूनम दी.....सच यही अंतिम सत्य है ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-40520770206100460792012-04-26T21:08:53.603-07:002012-04-26T21:08:53.603-07:00बहुत शुक्रिया सदा जी ।बहुत शुक्रिया सदा जी ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-34097858166169975632012-04-26T08:15:48.507-07:002012-04-26T08:15:48.507-07:00सच बात ...मिट्टी से ही जन्मे ...मिट्टी में मिल जान...सच बात ...मिट्टी से ही जन्मे ...मिट्टी में मिल जाना है ....<br />सार्थक अभिव्यक्ती ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-37109784875002957852012-04-26T05:56:38.654-07:002012-04-26T05:56:38.654-07:00खलील जिब्रान ने इस आख्यान में मानव के मरणधर्मा जीव...खलील जिब्रान ने इस आख्यान में मानव के मरणधर्मा जीवन का वर्णन कितने कलात्मक ढंग से किया है...हम जन्मते है, निर्माण करते हैं, स्वप्न देखते हैं, अपनी ही कल्पनाओं से कभी उदास कभी खुश होते हैं और एक दिन मर जाते हैं पुनः इसी चक्र में आने के लिये..बहुत सुंदर पोस्ट!Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-69600942388736744632012-04-26T03:54:53.933-07:002012-04-26T03:54:53.933-07:00मिट्टी की यह देह मिट्टी में ही मिल जानी है, इसलिए ...मिट्टी की यह देह मिट्टी में ही मिल जानी है, इसलिए जब तक हैं इस मिट्टी पर ऐसा कर्म करें जो मिट्टी में मिलाने लायक न हों।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-56425790093188539922012-04-26T03:22:05.855-07:002012-04-26T03:22:05.855-07:00माटी कहे कुम्हार सन तू क्या रोंदे मोहे
एक दिन ऐसा ...माटी कहे कुम्हार सन तू क्या रोंदे मोहे<br />एक दिन ऐसा होएगा मैं रोंदूंगी तोहे......!!<br /><br />जीवन का अमित सत्य...!***Punam***https://www.blogger.com/profile/01924785129940767667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4361691630697033948.post-43019545823079419512012-04-25T03:32:53.802-07:002012-04-25T03:32:53.802-07:00बहुत ही गहन भाव लिए 'मिट्टी' पढ़ना अच्छा ...बहुत ही गहन भाव लिए 'मिट्टी' पढ़ना अच्छा लगा ..प्रस्तुति के लिए आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com