Click here for Myspace Layouts

मार्च 15, 2012

कीमती


वे मुझे पागल समझते हैं, क्योंकि मैं अपने कीमती दिनों को चंद सोने के टुकड़ों के लिए नहीं बेचना चाहता ।और मैं उन्हें पागल समझता हूँ की उन्होंने समय को भी सोने से खरीदना चाहा।

- खलील जिब्रान