खलील जिब्रान विश्व के महान दार्शनिक,लेखक, चित्रकार और कवि हैं| उनकी रचनायें सारी दुनिया के लोगों के लिए एक अमूल्य धरोहर है|अंधविश्वासों और आडम्बरों के सख्त विरोधी खलील जिब्रान एक महान विचारक थे|इस ब्लॉग के ज़रिये मेरी एक छोटी सी कोशिश की मैं उनके अमूल्य विचारों को सरल भाषा में लोगों के सामने रख सकूँ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनको पढ़ और समझ सकें|
आत्मज्ञान एक समुद्र है, असीम और आगाध...
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सच्ची बात ...आभार इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये ।
जो ज्ञाता है वही हमें मार्गदर्शन करता है.बहुत सुन्दर.आभार.
जवाब देंहटाएंजो ज्ञाता है वही हमें मार्गदर्शन करता है.बहुत सुन्दर.आभार.
जवाब देंहटाएंएकदम सही.....
जवाब देंहटाएंमौन में जानने के बाद ही ज्ञान मुखरित होता है...!
ऐसा मेरा मानना है....शायद सही .....शायद गलत....!!
बहुत सुंदर विचार... ज्ञाता ही ज्ञान है... मौन में दोनों एक हो जाते हैं... शब्दों में कहा नहीं जा सकता क्योंकि वह असीम है. अगाध भी ! दो विचारों के मध्य जो सूक्ष्म जगह है वहीं उसे जान सकते हैं.
जवाब देंहटाएंखलील जिब्रान के विचारों से अवगत कराने के निए धन्यवाद । मेरे पोस्ट पर भी आएँ ।
जवाब देंहटाएंगहरी बात .....
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