खलील जिब्रान विश्व के महान दार्शनिक,लेखक, चित्रकार और कवि हैं| उनकी रचनायें सारी दुनिया के लोगों के लिए एक अमूल्य धरोहर है|अंधविश्वासों और आडम्बरों के सख्त विरोधी खलील जिब्रान एक महान विचारक थे|इस ब्लॉग के ज़रिये मेरी एक छोटी सी कोशिश की मैं उनके अमूल्य विचारों को सरल भाषा में लोगों के सामने रख सकूँ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनको पढ़ और समझ सकें|
साँस का रुक जाना भी उसके सिवा क्या है, कि प्राण-वायु को अशांत ज्वार-भाटों से मुक्ति मिल जाए , कि वह ऊपर उठे विस्तार पाए और निर्बाध होकर परमात्मा से जा मिले |
इमरान साहब,सबसे पहले मेरा बधाई लें...आपके पोस्ट पर राजवंत दीदी के ब्लॉग से आना हुआ...अभी आपके सभी ब्लॉग को देख रहा हूँ ..और मुझे ख़ुशी हो रही है की सभी ब्लॉग अपने आप में उम्दा और भावनाओं के उछाल के साथ लिखी हुई है...ज़ज्बात,खलील जिब्रान ,मिर्जा ग़ालिब सभी ब्लॉग बेहद पसंद करने का माद्दा रखते हें...और मुझे आपके सभी ब्लॉग को follow करने में ख़ुशी महसूस हो रही है. ..आगे भी आपसे रूबरू होता रहूँगा .
सत्य है
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर्।
जवाब देंहटाएंsab kuch kah diya in do lines me.....the real meaning of life...great
जवाब देंहटाएंatma aur parmatma ka milan hi to vastav me moksha hai ..........satyakathan
जवाब देंहटाएंयही सच्च है देह तो नश्वर है ....!!
जवाब देंहटाएंयही प्राणवायु जब ध्यान के द्वारा शांत की जाती है तो जीते जी परमात्मा का अनुभव हो सकता है !
जवाब देंहटाएंइमरान साहब,सबसे पहले मेरा बधाई लें...आपके पोस्ट पर राजवंत दीदी के ब्लॉग से आना हुआ...अभी आपके सभी ब्लॉग को देख रहा हूँ ..और मुझे ख़ुशी हो रही है की सभी ब्लॉग अपने आप में उम्दा और भावनाओं के उछाल के साथ लिखी हुई है...ज़ज्बात,खलील जिब्रान ,मिर्जा ग़ालिब सभी ब्लॉग बेहद पसंद करने का माद्दा रखते हें...और मुझे आपके सभी ब्लॉग को follow करने में ख़ुशी महसूस हो रही है. ..आगे भी आपसे रूबरू होता रहूँगा .
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