खलील जिब्रान विश्व के महान दार्शनिक,लेखक, चित्रकार और कवि हैं| उनकी रचनायें सारी दुनिया के लोगों के लिए एक अमूल्य धरोहर है|अंधविश्वासों और आडम्बरों के सख्त विरोधी खलील जिब्रान एक महान विचारक थे|इस ब्लॉग के ज़रिये मेरी एक छोटी सी कोशिश की मैं उनके अमूल्य विचारों को सरल भाषा में लोगों के सामने रख सकूँ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनको पढ़ और समझ सकें|
उदारता उस वस्तु के दान में नहीं, जिसकी तुम्हारी अपेक्षा दूसरे को अधिक आवशयकता है, बल्कि उस वस्तु के दान में है , जिसकी दूसरे की अपेक्षा तुम्हें स्वयं अधिक आवशयकता है ।
...क्यों कि कुदरत का नियम है जो हम देंगे वही हमें मिलेगा...और पता है हमें सबसे अधिक किसकी आवश्यकता है .. प्रेम, आनंद, और शांति की...तो हम वही क्यों न लुटाएं..मुझे लगता है जिब्रान ऐसा ही कुछ कहना चाहते हैं..
यही सच्चा दान है ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विचार!
जवाब देंहटाएं...क्यों कि कुदरत का नियम है जो हम देंगे वही हमें मिलेगा...और पता है हमें सबसे अधिक किसकी आवश्यकता है .. प्रेम, आनंद, और शांति की...तो हम वही क्यों न लुटाएं..मुझे लगता है जिब्रान ऐसा ही कुछ कहना चाहते हैं..
जवाब देंहटाएंआप सभी लोगों का आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत विचारणीय विचार | आभार
जवाब देंहटाएंबहुत ही उत्कृष्ट विचार ... प्रस्तुति के लिए आभार
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