खलील जिब्रान
खलील जिब्रान विश्व के महान दार्शनिक,लेखक, चित्रकार और कवि हैं| उनकी रचनायें सारी दुनिया के लोगों के लिए एक अमूल्य धरोहर है|अंधविश्वासों और आडम्बरों के सख्त विरोधी खलील जिब्रान एक महान विचारक थे|इस ब्लॉग के ज़रिये मेरी एक छोटी सी कोशिश की मैं उनके अमूल्य विचारों को सरल भाषा में लोगों के सामने रख सकूँ ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग उनको पढ़ और समझ सकें|
जनवरी 17, 2014
नवंबर 13, 2013
विवाह
एक दूसरे का प्याला तो भरो, लेकिन एक ही प्याले से मत पियो । साथ नाचो, गाओ पर फिर भी अपनी निकटता के बीच कहीं-कहीं अन्तराल भी छूट जाने दो| एक दूसरे से प्रेम तो करो, किन्तु प्रेम को पाँव की ज़ंजीर मत बनाओ | एक जगह पर खड़े तो रहो, किन्तु बहुत अधिक सट मत जाओ । जैसे वीणा के तार एक ही राग में कंपित होते हुए भी अलग-अलग हैं । हृदयों को अर्पित करो लेकिन एक दूसरे के सरंक्षण में मत रखो |
- खलील जिब्रान
सितंबर 30, 2013
चेहरे
मैंने हजारों आकृति वाला एक चेहरा देखा है और ऐसा चेहरा भी देखा है जिसका एक ही रुख था, जैसे वह साँचे में ढला हो ।
मैंने एक चेहरा देखा है जिसकी चमक की तह में मैंने उसके भीतर की कुरूपता पाई थी, और ऐसा चेहरा देखा है जिसकी खूबसूरती देखने के लिए मुझे उसकी दमक का परदा उठाना पड़ा था ।
मैंने एक बुढा चेहरा देखा है, जो शून्यता की रेखाओं से परिपूर्ण था और मैंने ऐसा चिकना चेहरा भी देखा है, जिस पर सब चीजें खुदी हुई थीं ।
मैं इन सब चेहरों से अच्छी तरह वाकिफ हूँ, क्योंकि मैं उन्हें उस जाल के भीतर से देखता हूँ जो मेरी आँखें बुनती है और उनके असली रूप को पहचान लेता हूँ ।
- खलील जिब्रान
अगस्त 24, 2013
शिखर
हम सभी अपनी अभिलाषाओं के उच्चतम शिखर के आरोही हैं । यदि एक साथी हमारे साजो-सामान को चुरा लेता है तो हमें उस पर दया व्यक्त करनी चाहिए, क्योंकि हमें तो उसके कारण भार अनुभव होता था।
यह चोरी का भार उसके लिए तो चढ़ना दूभर कर देगा तथा उसका मार्ग लम्बा कर देगा । और यदि तुम उसे हाँफता हुआ देखो तो विनम्र भाव से उसे दो कदम सहायता पहुँचा दो । यह तुम्हारी चाल और भी त्वरित कर देगा ।
- खलील जिब्रान
जुलाई 18, 2013
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